सपेरा पर अनुच्छेद | Paragraph on The Snake Charmer in Hindi

प्रस्तावना:

सपेरा गली-गली घूम कर बीन बजाता है और साँपों का प्रदर्शन करके उनके खेल दिखाता है । उनका कोई निश्चित घर नहीं होता । हमें पता नहीं लगता कि वे कहां से आते हैं और कहा चले जाते हैं ।

उसका रूप-रंग:

सपेरा एक लम्बा और ढीला-ढाला कुरता पहनता है । वह अपनी कमर में एक चादर लपेटे रहता है । सिर पर वह बड़ी-सी पगड़ी बांधता है । एक टोकरी में उसके सांप बन्द रहते हैं । एक कपड़े में टोकरी को लपेट कर वह उसे कंधे से लटकते एक झोले मे रखता है ।

उसके हाथ में बीन होती है, जिससे वह मधुर धुने निकालता है । बीन की मधुर निकालने लगता है । सम्पूर्ण तन्मयता से बीन बजाकर वह बहुत से लोगों को एकत्र कर लेता है ।

उसका प्रदर्शन:

सपेरा अपनी कला में बड़ा कुशल होता है । जब काफी दर्शक एकत्र हो जाते हैं, तो बच्चों को आगे लाकर एक घेरा लगाकर बीच में बैठ जाता है और बच्चों से बैठ जाने का अनुरोध करता है । इसके बाद सांपो के टोकरे से कपड़ा हटाकर उसका ढक्कन खोल देता है । इसके बाद वह मधुर ध्वनि से बीन बजाने लगता है ।

बीन की मधुर ध्वनि से प्रभावित होकर टोकरी से एक काला नाग धीरे-धीरे सिर उठाने लगता है और टोकरी के बाहर सरक आता है । सपेरा बीन के सिरे से सांप को इशारा करता है । धीरे-धीरे सांप कुंडली मारकर बैठ जाता है और फन ऊंचा करके फुँफकारने लगता है । वह बार-बार सपेरे की बीन पर हमला करता है । इसके बाद बीन की मधुर धुन पर नाचने लगता है ।

ADVERTISEMENTS:

कभी-कभी साँप दर्शकों की ओर दौड़ पड़ते हैं । दर्शक डर कर भागने लगते हैं । लेकिन सपेरा उसे पूँछ से पकड़ कर खींच लेता है और सभी दर्शक राहत की सास लेते हैं । जब सांप अपना पूरा फन उठाकर बीन की धुन पर नाचता है, तो दर्शकों को बड़ा मजा आता है ।

कुछ सपेरे साँप से अपने हाथ या बदन का कोई अन्य भाग कटाकर भी दिखाते है । सांप के काटते ही सपेरा ऐसा नाटक करता है मानो उसे सांप का जहर चढ़ने लगा हो । इसके बाद वह अपने थैले से कोई लकड़ी-सी निकाल कर कुछ मन्त्र बुदबुदाता है और लकड़ी को सांप के काटे हुए स्थान पर लगाता है ऐसा लगता है कि मंत्र के प्रभाव से जहर उतर गया है । इस तरह वह दर्शकों पर रनाप के जहर उतारने के जादू जानने का सिक्का जमा लेता है ।

उसकी आमदनी:

सांपों का खेल दिखाने के बाद वह उन्हें पुन: पिटारे में बन्द कर देता है और जमीन पर एक मैला-सा कपड़ा बिछाकर लोगों से पैसों की मांग करता है । लोग कुछ-न-कुछ सिक्के उसके कपड़े पर डाल देते हैं । वह उन सिक्को को जमा करके अपने जेब में डाल लेता है ।

ADVERTISEMENTS:

कुछ लोग उसे आटा या रोटी भी देते हैं, जो वह खुशी से स्वीकार कर लेता है । अल मे सबको धन्यवाद देकर और उन्हें सलाम करके वह दूसरे स्थान को चल देता है । इस तरह जगह-जगह खेल दिखाकर बडी कठिनाई से वह अपने गुजारे लायक धन पा पाता है ।

उपसंहार:

सपेरा बड़ा चालाक होता है । उसकी बातों को समझना कठिन होता है । उसके इस दावे पर यकीन नहीं होता कि वह सांप के जहर उतारने का मन्त्र भी जानता है । उसकी आंखें सदैव लाल रहती है, जैसे उसने कोई गहरा नशा कर रखा हो । वह देखने में भी बड़ा डरावना लगता है ।

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