Hindi Story on a Vainglorious Man!

शेखीबाज |

एक व्यक्ति जब पूरे विश्व की यात्रा कर घर वापस लौटा तो लोगों की भीड़ ने उसे घेर लिया । कई दिनों से यही सिलसिला जारी था । वह व्यक्ति अपनी यात्रा के अनुभव खूब बढ़ा-चढ़ा कर उन्हें सुनाता ।

चूंकि उसके कस्बे के लोग विदेश तो क्या कस्बे से बाहर भी नहीं गए थे । इसलिए वे उसकी बातें सच समझते । इससे वह व्यक्ति और अधिक उत्साहित हो गया और तरह-तरह की गप्पें हांकने लगा । एक समय आया कि सुनने वाले उसकी गप्पबाजी सुनते-सुनते परेशान हो गए ।

कार खेल के मैदान मेंकूइद कूदा । उसने कहा : ”भाइयो ! मैंने जो कूद कूदी थी, वह शायद ही कभी किसी ने देखी-सुनी हो । यहां तक कि देश के नौजवान खिलाड़ी मेरे रिकॉर्ड के आस-पास भी नहीं पहुंच सके ।” उसने सुनने वालों के नेत्रों में अविश्वास के चिह्न देखे तो कहने लगा : ”अगर आप लोगों को मेरी बात पर विश्वास नहीं है तो वहां जाकर किसी से भी पूछ लें !”

एक श्रोता, जो उस व्यक्ति की गप्पें सुन-सुन कर उकता गया था, बोला : ”हमें क्या जरूरत है, वहां जाकर तुम्हारे प्रदर्शन के बारे में प्रमाण इकट्ठा करने की । तुम समझ लो कि तुम अभी भी वहीं हो । बस, यहीं कूद कर दिखाओ अपना महान प्रदर्शन । हम विश्वास कर लेंगे ।”

निष्कर्ष: कथनी नहीं ‘करनी’ व्यक्ति का प्रमाण देती है ।

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