Hindi Story on Overcoming the Difficulties (With Picture)!

पूरा शरीर आदी है |

एक बार कड़ाके की ठंड में एक निर्धन व्यक्ति नंगे पैर शरीर पर कपड़े लगभग न के बराबर पहने हुए किसी राजमार्ग पर खुशी से गाता हुआ चला जा रहा था । रास्ते में उसकी भेंट एक अन्य धनी व्यक्ति से हुई । वह घोड़े पर बैठा हुआ था । उसके शरीर पर कोट, लबादा और टोपी थी । पैरों में उसने मजबूत चमड़े के जूते पहन रखे थे ।

निर्धन इस कड़कती सर्दी में भी काफी प्रसन्न और सामान्य था, जबकि धनी व्यक्ति उतना सब होने के बाद भी ठंड से बेहाल था । उसने निर्धन को इस स्थिति में भी इतना खुश देखा तो आश्चर्य में डूबकर बोला : ”क्या बात है भाई ? तुम इस कड़कड़ाती ठंड में बिना गरम कपड़ों के इधर-उधर घूम रहे हो । तुम्हें ठंड नहीं लगती क्या ? और आखिर कैसे सह लेते हो इतनी सर्दी ?”

”क्यों श्रीमान!” दूसरा हंसा: ”भला आप खुले चेहरे पर ठंड कैसे सहते हैं?” ”मेरे चेहरे को इसकी आदत पड़ गई है ।” धनी व्यक्ति ने उत्तर दिया । ”बस तो फिर, मेरा शरीर भी ऐसा ही है । तुम्हारे चेहरे के समान मेरा पूरा शरीर इसका आदी हो चुका है ।”

निष्कर्ष: जब हम कठिनाइयों के आदी हो जाते हैं, तो उन्हें आसानी से सहन कर लेते हैं ।

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