हमारा भारत पर निबन्ध | Essay for Kids on India in Hindi!

1. भूमिका:

हमारा भारत प्राचीन काल (Ancient Age) से ही विश्व भर में महान समझा जाता रहा है । इसकी प्रकृति (Nature) सब देशों से सुन्दर रही है और इसकी सभ्यता-संस्कृति (Civilisation and Culture) भी सबसे उत्तम रही है । इसे लोग सोने की चिड़िया कहा करते थे ।

प्राचीन भारत:

पुराने जमाने में भारतवर्ष को संसार के लोग जखीप के नाम से जानते थे । उत्तर में सिर पर कूट-सा शोभित हिमालय और दक्षिण में चरणों को धोते हुए हिन्द महासागर (Indian Ocean) ने इस देश की भौगोलिक (Geographical) सुन्दरता भी सबसे अलग बनायी है ।

नदियों, पर्वतों, जंगलों और उपजाऊ (Fertile) भूमि वाले इस देश को आर्य अपना स्थायी निवास बनाने से अपने आपको रोक न सके । वे आए और इस देश का नाम पड़ा आर्यावर्त । यहीं पर आर्यवंशी ब्राह्मणों ने वेदों और पुराणों की रचना की । यहीं पर मर्यादा पुरुषोत्तम राम जैसे आदर्श पुरुष उत्पन्न हुए ।

फिर वह समय भी आया जब महाराज दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र परम वीर महाराज भरत के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा । इसी देश में महर्षि वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगख्य, कपिल वात्मायन आदि के ज्ञान के स्वर गूँजे ।

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इसी भूमि पर महाराज हरिश्चन्द्र जैसे सत्यवादी और शिबि जैसे शरणागत रक्षक, कृष्ण जैसे न्यायप्रिय, विक्रमादित्य जैसे लोकप्रिय तथा अशोक, हर्षवर्धन और अकबर जैसे धर्मप्रिय शासक (Ruler) हुए; चरक, च्यवन, वराहमिहिर, आर्यभट्‌ट, भाभा, जगदीशचन्द्र सी.वी. रमण जैसे महान वैज्ञानिक हुए तथा चाणक्य जैसे चतुर राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री (Politician and Economist) ने जन्म लिया ।

आज का भारत:

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इसी महान भारत पर अनेक बार शत्रुओं ने आक्रमण किया और इसे गुलाम बनाकर इसकी महानता नष्ट करने का प्रयत्न किया । इसी भारत को आपसी शत्रुता, अशिक्षा और गरीबी ने अपना शिकार बनाया और इस सदा आगे चलने वाले भारत को पश्चिमी देशों (Western countries) के पीछेचलनेवाला बना दिया ।

आज हमारे देश में अनेक प्रकार की समस्याएँ हैं । जैसे-अलगाववाद (Secessionism), आतंकवाद (Terrorism), दहेजप्रथा (Dowry System), घूसख़ोरी (Bribery) और भ्रष्टाचार (Corruption) आदि । ये समस्याएँ हमारे भारत को उन्नत राष्ट्र (Developed Nation) बनने से रोकती है ।

4. उपसंहार:

इन समस्याओं को दूर करने और सच्चे ज्ञान की रोशनी दिखाने के लिए इस युग में भी गाँधी, विनोबा, विवेकानन्द, टैगोर जैसे महापुरुषों का जन्म हुआ है और भविष्य में भी ऐसे महान व्यक्ति होंगे जो इस देश को संसार में सबसे ऊँचा स्थान दिलाएँगे |

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