राष्ट्रपिता महात्मा | Mahatma Gandhi : Father of the Nation in Hindi!

1. भूमिका:

सत्य और अहिंसा की बात हो या परोपकार के लिए अपना सब कुछ त्याग देने की चर्चा हो, महात्मा एक महान नेता का नाम लें अथवा सफल सुधारक का, तो वह नाम अवश्य ही महात्मा गाँधी का होगा जिन्हें हम सभी प्यार से बापू और सम्मान से राष्ट्रपिता कहते हैं ।

2. जन्म और शिक्षा:

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्तूबर, 1869 ई. को गुजरात के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था । इनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी, पिता का नाम करमचंद तथा माता का नाम पुतलीबाई था । गाँधीजी पर उनकी माता के धार्मिक संस्कारों का प्रभाव पड़ा और पिता से उन्हें न्याय के लिए लड़ने की प्रेरणा मिली ।

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वे बचपन से ही सादे विचार तथा सत्यवादी प्रकृति के थे । उनकी स्कूली शिक्षा राजकोट में हुई । बचपन में ही उनका विवाह कस्तुरबा नामक कन्या से हो गया । विवाह के कारण उनकी शिक्षा में कुछ बाधा पड़ी किन्तु परिश्रम करके वे उसी विद्यालय में मैट्रिक तक की पढ़ाई पूरी करने में सफल हुए । इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड जाकर वकालत की परीक्षा पास की ।

3. कार्यकलाप:

सन् 1891 ई. में वे भारत लौटे और बम्बई (मुम्बई) में वकालत करने लगे, लेकिन झूठ न बोलने के कारण वे इसमें असफल रहे । इस बात का उन्हें दुःख नहीं था । सन् 1893 ई में एक मुकदमा (case) लेकर वे दक्षिण अफ्रीका गए और जीत हासिल की । वहाँ उन्होंने एक संगठन बनाया और भारतीयों को उनके अधिकार दिलाए ।

फिर सन् 1915 ई. में भारत लौटकर 1919 में कांग्रेस दल की बागडोर (Leadership) संभाली और सन् 1920 ई. से उन्होंने अंग्रेजी अत्याचारों के खिलाफ आन्दोलन तथा समाज सुधार का कार्य आरम्भ कर दिया । असहयोग आन्दोलन (Non co-operation movement), सविनय अवज्ञा आन्दोलन (Civil-disobedience movement) तथा भारत छोडो आन्दोलन (Quit India movement) आदि प्रमुख थे ।

अनेक वर्ष आपने कैद में बिताए और कई बार आमरण-अनशन (Fast unto death) किये । महात्मा गाँधी के अ थक प्रयास से अन्तत; 15 अगस्त 1947 ई. को भारत स्वाधीन हो गया । इसके बाद वे समाज सु धार में लगे रहे किन्तु नाथूराम गोदसे की गोलियों ने 30 जनवरी 1948 को उनके प्राण ले लिए ।

4. उपसंहार:

गाँधीजी के विचारों को याद दिलाने के लिए सरकारी दफ्तरों के सा थ अन्य स्थानों पर भी उनकी तस्वीर लगाई जाती है । उन्हें याद करने से हमारे मन में सत्य (Truth), सादगी (Simplicity), आत्मविश्वास (Self confidence) तथा अच्छे आचरण (Good conduct) की भावना उत्पन्न होती है ।