बाबा आमटे पर निबन्ध | Essay on Baba Amte in Hindi

बाबा आमटे पर निबन्ध | Essay on Baba Amte in Hindi 1. प्रस्तावना: इस संसार में कुछ लोग अपने लिए जीते हैं, तो कुछ लोग देश लिए जीते हैं और कुछ लोग समाज के लिए जीते हैं । ऐसा जीवन जीने वाले व्यक्तियों से कुछ अलग व्यक्तित्व है-बाबा आमटे का, जो न केवल समाज के लिए जीये, वरन् दूसरों के [...]