श्रीमंत शंकरदेव पर निबन्ध | Essay on Nobel Sankar Dev in Hindi

श्रीमंत शंकरदेव पर निबन्ध | Essay on Nobel Sankar Dev in Hindi! 1. भूमिका: जब भारत में हुमायूँ और शेरसाहका शासनकाल चल रहा था, उस समय देश के विभिन्न भागों में हिन्दू और सूफी धर्म के अलग-अलग सम्प्रदायों का जन्म हो रहा था । सूरदास, कबीरदास, तुलसीदास, गुरु नानक, चैतन्य, रामानन्द आदि महापुरुष अपने धार्मिक विचारों का प्रचार करने की [...]