Tag Archives | Proverb

एकहि साधे सब सधे, सब साधे सब जाय पर निबंध |

महान् क्रान्तिकारी सन्त एवं युगप्रवर्तक कवि कबीर ने लिखा है- ''एकहि साधे सब सधे, सब साधे सब जाय । माली सींचे मूल को, फूलै फले अघाय ।।'' कहने का तात्पर्य है कि जिस तरह माली के द्वारा पौधे की जड़ को सींचने से पूरे पेड़ की सिंचाई हो जाती है और समूचा पेड़ हरा-भरा होकर खूब फूलता-फलता है, ठीक उसी [...]

By |2018-08-16T16:33:18+05:30August 16, 2018|Essays|Comments Off on एकहि साधे सब सधे, सब साधे सब जाय पर निबंध |

वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे (निबंध) | Essay on Man is he who Die for Others in Hindi

वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे (निबंध) | Essay on Man is he who Die for Others in Hindi! 'बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय' के आदर्श वाक्य में भारतीय संस्कृति की मानवमात्र के कल्याण की भावना निहित है । उसके अनुसार मनुष्य का जन्म जनहित के लिए हुआ है । वर्षा का जल अपने लिए नहीं, धरती की तृप्ति [...]

By |2015-10-10T17:14:38+05:30October 10, 2015|Essays|Comments Off on वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे (निबंध) | Essay on Man is he who Die for Others in Hindi
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