समय का मूल्य पर निबन्ध | Essay on Value of Time in Hindi!

1. भूमिका:

संसार में यदि सब से कीमती (Costliest) और मूल्यवान कोई (Valueable) वस्तु है तो वह है समय । कहते हैं कि बीता समय कभी वापस नहीं आता । अंग्रेजी में कहावत (Proverb) है- Time once gone can never be regained . जो व्यक्ति समय का उचित उपयोग (Use) करना सीख लेता है, वह ससार में सदा सुखी रहता है ।

2. उदाहरण:

विद्वानों (Scholars) का कहना है कि हर कार्य हमें समय पर करना चाहिए । हिन्दी साहित्य के महान संत कबीर दास जी का कहना है:

”काल्ह करै सो आज कर, आज करे सो अब । पल में परलय होयगा, बहुरि करेगा कब ।।”

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अर्थात् कल का कार्य हमें आज ही और आज का कार्य हमें अभी कर लेना चाहिए क्योंकि हाथ से गया अवसर (Opportunity) कभी वापस नहीं आता । यह कहावत (Proverb) भी प्रचलित है कि पलभर का चूका आदमी कोसों पिछड़ जाया करता है और उचित पल को पहचान कर चलने वाला व्यक्ति अपनी मंजिल (Destination) अपने समय पर पा लेता है ।

इस संदर्भ में (In this Context) कछुए और खरगोश (The Hare and Tortoise) की कहानी भला कौन नहीं जानता ? इस संसार में आज तक जितने भी महापुरुष हुए हैं, उन सबने समय के इस मूल्य को जान लिया था ।

3. लाभ और उपसंहार:

समय के मूल्य को पहचान लेने वाला व्यक्ति ही संसार में समय पर सफल (Successful) होता है । यही नहीं, ऐसा व्यक्ति ही संसार के सभी प्रकार के सुख-आनन्द का अधिकारी होता है और अपने शरीर की मृत्यु के बाद भी दुनिया में अमर रहता है ।

संत-महात्माओं और संसार के जितने महान व्यक्तियों के नाम युगों के बाद (After ages) भी हम याद करते हैं, वे स भी समय का मूल्य पहचानते थे । उन्होंने हर कार्य समय पर करने के लिए हमेशा दूसरों को भी प्रेरणा (Inspiration) दी ।

यदि आज हम एक-एक क्षण का उपयोग अनावश्यक (Unnecessary) बातों में न लगाकर जरूरी और उपयोगी कार्यों में लगाएँ तो हमारा जीवन और देश दोनों सदा सुखी रहेंगे । किसी ने सत्य ही कहा है – ‘समय सोने से भी अधिक मूल्यवान है’ (Time is more valueable than gold)

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