जल उपचार | Jal Upachaar | Water Treatment in Hindi! Read this article in Hindi to learn about how to treat water and control water pollution.

जल प्रदूषण पर नियंत्रण करने का एक प्रभावशाली साधन जल उपचार है अर्थात् वाहित मल, घरेलू गंदगी आदि को विविध विधियों से उपचारित कर उसे जल स्रोतों में मिलने से पूर्व शोधित किया जाये, तत्पश्चात् उसका उपयोग सीधा सिंचाई में अथवा अन्यत्र विसर्जन हेतु कर दिया जाये ।

सामान्य रूप से विभिन्न प्रकार के छलनों का उपयोग कर मोटे रूप में जल की गंदगी अलग की जा सकती है । कुंओं के जल को उबाल कर अथवा कतिपय रसायन मिश्रित कर उपयोग योग्य बनाया जा सकता है ।

किंतु प्रमुख समस्या वाहित मल के उपचार की है जो नगरों एवं कस्बों की नालियों से बहता हुआ जल स्रोतों तक पहुँच जाता है । इसके उपयोग की अनेक विधियाँ हैं तथा अनेक संयंत्रों का इसमें प्रयोग होता है । वाहित मल उपचार प्रक्रम तीन चरणों में, क्रमश: प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक उपचार में पूर्ण होता है ।

1. प्राथमिक उपचार:

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प्राथमिक उपचार में छानना, अवसादन आदि होता है । छानने की प्रक्रिया में जाली से पानी को गुजारने पर तैरती हुई वस्तुएँ, जैसे- कपड़ा, प्लास्टिक के टुकड़े, लकड़ी के टुकड़े, छोटे-छोटे कीट, कूड़ा-करकट आदि उसमें रुक जाते हैं । छानने के पश्चात् मल जल को मशीन से पीसा जाता है तथा उसे अवसादन कक्षों से गुजारा जाता है जिससे ठोस पदार्थ नीचे बैठ जाते हैं ।

2. द्वितीयक उपचार:

द्वितीयक उपचार में मुख्यतया जैविक उपचार किया जाता है तथा इससे सूक्ष्म घुलित या निलंबित पदार्थों के कण अलग कर दिये जाते हैं । जैविक उपचार तीन प्रकार का होता है, प्रथम- अवायवी आपंक पाचक, द्वितीय- स्वच्छ बहिःस्राव उपचार एवं तृतीय- च्यावित निस्यंदक में ऑक्सीकरण, इस क्रिया में समस्त जीवाणुओं को नष्ट कर अंत में क्लोरीनीकरण क्रिया द्वारा उसकी दुर्गंध समाप्त कर दी जाती है । इस क्रिया में अनेक प्रकार की विकसित मशीनों का भी प्रयोग किया जाने लगा है ।

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3. तृतीयक उपचार:

तृतीयक उपचार में दोनों क्रियाओं से प्राप्त जल को रासायनिक एवं यांत्रिकी पद्धतियों से उपचारित किया जाता है तथा उसमें शेष नाइट्रेट एवं फास्फेट पदार्थों का भी निराकरण कर दिया जाता है । उपर्युक्त सभी क्रियाओं से उपचारित जल पुन: किसी भी उपयोग में लिया जा सकता है । इसके पश्चात् यदि किसी जल स्रोत में भी इसे डाला जाता है तो इससे कोई हानि नहीं होती ।

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