Hindi Story on Nobility in Return of Nobility (With Picture)!

नेकी के बदले नेकी |

एक मधुमक्खी थी । एक बार वह उड़ती हुई तालाब के ऊपर से जा रही थी । अचानक वह तालाब के पानी में गिर गई । उसके पंख गीले हो गए । अब वह उड़ नहीं सकती थी । उसकी मृत्यु निश्चित थी ।

तालाब के पास पेड़ पर एक कबूतर बैठा था । उसने मधुमक्खी को पानी में डूबते हुए देखा । कबूतर ने पेड़ से एक पत्ता तोड़ा । उसे अपनी चोंच में दबाकर तालाब में मधुमक्खी के पास गिरा दिया । धीरे-धीरे मधुमक्खी उस पत्ते पर चढ़ गई ।

थोड़ी देर में उसके पंख सूख गए । उसने कबूतर को धन्यवाद दिया । फिर वह उड़कर दूर चली कुछ दिन के बाद कबूतर पर एक संकट आया । वह एक पेड़ की डाल पर आँख मुंद कर सो रहा था । तभी एक बहेलिए ने तीर कमान से उस पर निशाना साधा ।

कबूतर इस खतरे से अनजान था । मगर मधुमक्खी ने बहेलिए को निशाना साधते हुए देख लिया था । वह उड़कर बहेलिए के पास पहुंची । उसने उसके हाथ पर डंक मार दिया । बहेलिया दर्द से चीखने लगा । उसकी चीख सुनकर कबूतर जाग उठा । उसने मधुमक्खी को धन्यवाद दिया ।

Home››Hindi Stories››