प्रस्तावना:

हर स्कूल में उद्यान नहीं होता । उन स्कूलों में प्राय: कोई उद्यान नहीं होता, जो शहर के बीच स्थित होते हैं । हमारा स्कूल शहर के बाहर है । हम सौभाग्यशाली है कि हमारे स्कूल मे एक विशाल और सुन्दर उद्यान है ।

उद्यान का वर्णन

उद्यान की स्थिति:

स्कूल उद्यान विद्यालय की इमारत के ठीक सामने है । यह लगभग दस एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है । इसके चारो ओर ऊँची चहारदीवारी है । उद्यान के बीच से एक सड़क जाती है । बीच में सड़क के पास लोहे का विशाल फाटक है । यह उद्यान आयताकार है ।

फलों के वृक्ष:

उद्यान के एक भाग में आम, अमरूद और संतनों के अनेक वृक्ष हैं । यह सभी वृक्ष बड़ी अच्छी किस्म के है । भारत के विभिन्न भागो से पौधे लाकर उन्हे लगाया गया है । शहर के अन्य वृक्षों के मुकाबले में हमारे उद्यान के वृक्षों में सबसे मीठे फल लगते हैं ।

अपने रूप-रंग और स्वाद के कारण हमारे उद्यान के फल दूर-दूर तक मशहूर हैं । हर वर्ष फलों की बिक्री पट्टे के आधार पर की जाती है । प्रिंसिपल द्वारा पहले से तय की गई सस्ती कीमतो पर फल विद्यार्थियो और अध्यापकों को भी बेचे जाते है ।

फूलों के पौधे:

उद्यान के दूसरे भाग में मौसमी फूलों के पौधे है । ये पौधे स्थायी नहीं होते । वे वर्ष में लगभग महीने तक रहते हैं । उद्यान में सड़क के किनारे-किनारे तरह-तरह के गुलाब के पौधे है । इसके अलावा तरह-तरह के अन्य किस्म के रंगीन फूलों के पौधों की अनेक क्यारियाँ हैं ।

प्रकृति अध्ययन:

उद्यान एक कोना छोटे बच्चों को प्रकृति का ज्ञान-दिलाने के लिए सुरक्षित रखा गया है । इससे विभिन्न प्रकार के फूलों के लगभग 500 गमले हैं । इन गमलो मे पानी देने और इनकी देख-भाल का काम बच्चे करते हैं । वे बड़े शौक से यह काम करते हैं । ऐसा करने से उनमे बागवानी के प्रति रुचि पैदा होती है ।

घास का मैदान:

ADVERTISEMENTS:

उद्यान के बीच में घास का एक बड़ा मैदान है । यही की घास नियमित रूप से काटी जाती है और समय पर पानी दिया जाता है । इससे मैदान सदा हरा-भरा रहता है । इससे उद्यान की शोभा मे चार-चाँद लग जाते हैं ।

उद्यान की व्यवस्था:

उद्यान की देखभाल करने के लिए तीन माली रखे गए हैं । उद्यान में जगह-जगह पर पानी के नल लगे हुए हैं । पौधो की समुचित देखभाल की जाती है ।

लाभ:

हमारा उद्यान विद्यार्थियों के लिए वरदान है । छोटे बच्चे उद्यान में काम करके अपना स्वास्थ्य सुधारते हैं । जब वे अपने द्वारा लगाए गए छोटे पौधों को बढ़ता हुआ और उन पर फूल आते देखते हैं, तो उन्हे आन्तरिक शांति और प्रसन्नता मिलती है । इस प्रकार इस उद्यान से शिक्षा के साथ-साथ छोटे बचों को स्वास्थ्य, शक्ति और प्रसन्नता भी प्राप्त होती है ।

ADVERTISEMENTS:

शाम को हम सभी घास के मैदान मे बैठकर प्रकृति की छटा का आनन्द लेते हैं । सुन्दर फूलो को देखकर और उनकी भीनी-भीनी महक रदूध कर हमारा दिल और दिमाग तरो-ताजा हो जाता है । कुछ बच्चे उडती हुई रंग-बिरगी तितलियों को देखकर बडे प्रफुल्लित होते हैं ।

उपसंहार:

बरसात के दिनों में आम के वृक्षों पर कोयल की कूक और गुलाब की झड़ियों तथा अन्य वृक्षों और पौधों पर चहचहाती चिडियों को सुनकर हमारा मन नाच उठता है । घास का मैदान तो ऐसा सुन्दर लगता है, मानो प्रकृति ने मैदान पर सुन्दर हरा गलीचा बिछा दिया हो ।

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