जहांगीर पर निबन्ध | Essay on Jahangir in Hindi

जहांगीर पर निबन्ध | Essay on Jahangir in Hindi 1. प्रस्तावना: जहांगीर मुगल शासन-काल एक ऐसा शासक था, जिसमें उदारता, न्यायप्रियता के साथ-साथ क्रूरता, निर्दयता, विलासप्रियता, इन्द्रिय लोलुपता के दो विरोधाभासी चरित्रों का सम्मिश्रण देखने को मिलता है । यदि उसने नूरजहां के प्रभाव से स्वयं को मुक्त रखा होता, तो वह अपने पिता की तरह एक श्रेष्ठ प्रशासक होता [...]