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आम नागरिकों के लिए नई पेंशन योजना पर निबंध | Essay on New Pension Scheme for Common Man in Hindi!

सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाली पेंशन की सुविधा अब गैर-नौकरीशुदा आम नागरिकों को भी उपलब्ध हो सकेगी । आम नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से न्यू पेंशन सिस्टम (NPS) नाम से एक नई पेंशन योजना का शुभारंभ केन्द्र सरकार के पेंशन निधि नियामक और विकास प्राधिकरण ने 1 मई, 2009 से किया है ।

इस योजना में शामिल होकर गैर-सरकारी कर्मचारी व अन्य आम नागरिक भी पेंशन का लाभ उठा सकेंगे । केन्द्र सरकार की नौकरियों में कार्यरत नागरिकों के लिए यह योजना 1 जनवरी, 2004 से ही लागू थी, जबकि राज्य कर्मियों के लिए इसका कार्यान्वयन अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग चरणों में है । इस पेंशन योजना में नियोक्ताओं का योगदान नहीं होता । इस योजना में शामिल व्यक्ति को प्रति वर्ष कम से कम 6 हजार रुपए जमा करने होंगे ।

किन्तु एक बार में 500 रुपए से कम राशि जमा नहीं की जा सकेगी । योजना में शामिल होने के लिए न 18-55 वर्ष की आयु की सीमा निर्धारित की गई है । इसमें ग्राहकों को अंकों का एक स्थाई रिटायरमेंट खाता नंबर (Permanent Retirement Account Number-PRAN) दिया जाएगा, जिसके आधार पर देशभर में खास केन्द्रों पर धनराशि जमा की जा सकेगी ।

पेंशन फंड के प्रबंधन हेतु 6 फंड प्रबन्धकों की नियुक्ति पीएफआरडीए द्वारा की गई है । इनमें आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल पेंशन फंड्‌स मैनेजमेंट कम्पनी लिमिटेड, आईडीएफसी पेंशन फंड मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, कोटक महिन्द्रा पेशन फंड लिमिटेड, रिलायंस कैपिटल पेंशन फंड लिमिटेड, एसबीआई पेंशन फंड्स प्राइवेट लिमिटेड व यूटीआई रिटायरमेंट सोल्युशंस लिमिटेड शामिल हैं ।

पेंशन सिस्टम के तहत धनराशि स्वीकार करने के लिए 22 पॉइंट्‌स ऑफ प्रेजेंस पीएफआरडीए द्वारा निर्धारित किए गए हैं । इनमें सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के चुनींदा बैंकों के अतिरिक्त एलआईसी व कुछ निजी क्षेत्र की वित्तीय संस्थाएं शामिल हैं । इन ‘पॉइंट्‌स ऑफ प्रेजेंस की चुनींदा शाखाओं, जिन्हें पीओपी सर्विस प्रोवाइडर कहा गया है, में योजना की धनराशि जमा की जा सकेगी ।

इस योजना को दो भागों में टियर-I एवं टियर-II में बाँटा गया है । फिलहाल टियर-I योजना की शुराआत 1 मई, 2009 से की गई है । इसमें योजना अवधि के दौरान रकम की निकासी नहीं की जा सकेगी । टियर-II योजना कुछ समय बाद शुरू किए जाने की संभावना है, जिसमें योजना अवधि के दौरान राशि की निकासी की अनुमति होगी ।

पेंशन फंड के ग्राहकों को, अपने जमा धन के निवेश के लिए तीन विकल्प उपलब्ध होंगे । इनके लिए मानकों का निर्धारण दीपक पारिख समिति की अनुशंसा के आधार पर किया गया है । बैंक ऑफ इंडिया, सब्सक्राइबर्स, फंड मैनेजर और सर्विस प्रोवाइडर फंड ट्रांसफर की सुविधा देने के लिए अधिकृत एजेंसी है ।

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कोई भी भारतीय नागरिक जो 18 से 55 वर्ष के बीच है इस स्कीम का सदस्य बन सकता है । इस समय यह योजना पहले चरण में है जिसमें निकासी रहित खाते में योगदान किया जा सकता है । इस स्कीम के लिए खाता खोलने के लिए प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस (पीओपी) में जाना होगा और अपेक्षित दस्तावेजों के साथ फॉर्म भर कर खाता खुलवाना होगा । एक बार रजिस्टर होने के बाद सेन्द्रल रिकॉर्ड कीपिंग एजेंसी (सीआरए) ग्राहक को परमानेंट रिटायरमेंट एकाउंट नम्बर (पीआरएएन) भेजेगी जिसके साथ टेलीफोन और इंटरनेट पासवर्ड भी होगा ।

इस योजना में निवेश की कोई सीमा नहीं है । लेकिन इस योजना में निवेश के लिए न्यूनतम 500 रुपए महीना या 6000 रुपए प्रतिवर्ष रखी गई है । स्कीम में शामिल व्यक्ति को एक तिमाही में एक बार योगदान जरूर देना होगा । लेकिन वर्ष में कितनी बार निवेश करना है इसकी कोई सीमा नहीं है । सरकार द्वारा नियुक्त फंड मैनेजर इसके लिए 0.0009 प्रतिशत की वार्षिक फीस लेंगे । शुरू में 300 प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस होंगे पर सरकार इसकी संख्या बढाकर 10,000 करेगी ।

इस स्कीम को तीन भागों में बाँटा गया है । इक्विटी या ई (हाई रिस्क हाई रिटर्न), मुख्य रूप से फिक्सड इनकम निवेश या सी (मीडियम रिस्क तथा रिटर्न) तथा विशुद्ध फिक्स्ड इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट या जी (जो कम रिटर्न देते हैं, लेकिन इनका जोखिम भी काफी कम होता है ।) इसमें इक्विटी निवेश 50 प्रतिशत तक सीमित रखा गया है ।

वर्तमान में इक्विटी इनवेस्टमेंट में इंडेक्स फंड शामिल हैं जो सेंसेक्स या निपटी पोर्टफोलियो पर आधारित हैं । सी केटेगरी में लिक्विड फंड, कॉर्पोरेट डेट, फिक्स्ड डिपॉजिट और पब्लिक सेक्टर, म्यूनिसिपल तथा इंफ्रास्ट्रक्चर बाँड शामिल हैं ।

जी केटेगरी में राज्य तथा केंद्र सरकार की प्रतिभूतियाँ शामिल हैं । इसकी खासियत है कि व्यक्ति अपनी जोखिम उठाने की प्रवृति और क्षमता के हिसाब से फेरबदल कर सकता है । यदि व्यक्ति किसी तरह का निर्णय लेने में झिझक रहा है तो अपने आप डिफॉल्ट स्कीम शुरू हो जाएगी, जिसमें लाइफ-साइकिल के हिसाब से निवेश होगा । इस प्रकार स्पष्ट है कि नई पेंशन योजना बहुत ही अच्छी है, इससे आम नागरिकों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हो गई है ।

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