मेरा प्रिय मित्र | Paragraph on My Best Friend in Hindi!

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है । इस नाते वह अपना मित्र एव सहयोगी बनाता है । प्रत्येक व्यक्ति के कई मित्र या साथी होते हैं परंतु सबसे प्रिय इनमें से कोई एक ही होता है । हमें अपने प्रिय मित्र पर सबसे अधिक भरोसा होता है ।

वह सुख-दुख में हमारा साथ निभाता है । उसका साथ हमारे बहुत से कष्टों को दूर कर देता है । प्रफुल्ल मेरा ऐसा ही सर्वाधिक प्रिय मित्र है । यथा नाम तथा गुण प्रफुल्ल हर समय हँसता-मुस्कराता रहता है । जब मैं उसके साथ होता हूँ वह मुझे उदास नहीं होने देता । कभी कोई चुटकुले सुनाकर तो कभी कोई मजेदार वाकया सुनाकर मुझे हँसाता रहता है ।

वह मेरे परिवार के साथ पूरी तरह घुल-मिल गया है । मेरी माँ उसे देखते ही मुझे कहती है देखो तुम्हारा हँसोड़ मित्र आ गया । वह जहाँ रहे वहाँ भला कोई मुँह लटकाए कैसे रह सकता है ! बिना दीपावली के ही फुलझड़ियाँ छूटने लगती हैं ।

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इसका अर्थ यह नहीं कि मेरा मित्र केवल हँसने-हँसाने में ही लगा रहता है । पढ़ाई के समय उसकी एकाग्रता देखते ही बनती है । इस समय यदि उसके सामने से बैंड वाले भी गुजर जाएँ तो भी वह सिर उठा कर नहीं देखता ।

यही कारण है कि वह पढ़ाई-लिखाई में हमारी कक्षा में सबसे तेज है । गणित के प्रश्नों को तो वह चुटकियों में हल कर देता हैं । मैं जब भी उससे उसकी तीक्षा बुद्धि और प्रत्युतपन्नमति का राज पूछता हूँ तो वह हँसकर टाल देता है । उसके गुणों की प्रशंसा हमारे शिक्षकगण भी किया करते हैं ।

यद्यपि प्रफुल्ल चेहरे-मोहरे से साधारण दिखाई देता है परंतु अपने भोलेपन और मिलनसार प्रवृत्ति के कारण वह बहुत से लोगों का चहेता है । वह हमेशा मुझे उचित सलाह देता है । वह समय का बहुत पाबद है । प्रात:काल उठकर घूमने जाता है और खुले मैदान में हल्की कसरत करता है । इस समय रोजाना मैं उसके साथ रहता हूँ । प्रात उठकर टहलने की आदत मुझे उसके संसर्ग से ही लगी है ।

उसकी मित्रता के कारण गणित जइऐसा कठिन विषय भी मेरे लिए सरल लगने लगा है । इस तरह कई मामलों में मैं अपने मित्र का आभारी हूँ । प्रफुल्ल मेरा प्रिय मित्र इसलिए भी है क्योंकि हमारे विचार आपस में मिलते हैं । वह गरीब परिवार का लड़का है परंतु हृदय का धनी है । उसमें किसी प्रकार की हीन भावना का सर्वथा अभाव है ।

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हम दोनों जाति या धर्म के आधार पर किसी के साथ होने वाले भेदभाव के विरोधी हैं । मेरा मित्र कमजोर असहाय और वृद्ध लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहता है । गरीब होने के बावजूद वह ईमानदार एवं लोभ से रहित है । वह अपने प्रत्येक वचन का पालन करता है । ऐसा गुणी व्यक्ति मेरा मित्र है इसे मैं अपना सौभाग्य समझता हूँ ।

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