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साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप पर निबंध | Essay on Truth is not Equal to Tenacity, Lie is Equal to Sin | Hindi

साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप पर निबंध! Here is an essay on ‘Truth is not Equal to Tenacity, Lie is Equal to Sin’ in Hindi language. आज के समसामयिक सन्दर्भ में यह उक्ति जितनी अर्थपूर्ण एवं प्रासंगिक है, उतनी सम्भवत: पहले कभी नहीं रही । आधुनिक युग के यान्त्रिक समाज में मनुष्य न केवल यन्त्रवत् बन गया है, [...]

By |2018-08-16T16:33:18+05:30August 16, 2018|Essays|Comments Off on साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप पर निबंध | Essay on Truth is not Equal to Tenacity, Lie is Equal to Sin | Hindi

परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध | Essay on an Atheism is not Fond of Religion | Hindi

परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध! Here is an essay on an ‘Atheism is not Fond of Religion’ in Hindi language. ''परहित सरिस धरम नहिं भाई । पर पीड़ा सम नहिं अधमाई ।।'' परोपकार से बढ़कर कोई उत्तम कर्म नहीं और दूसरों को कष्ट देने से बढ़कर कोई नीच कर्म नहीं । परोपकार की भावना ही वास्तव में मनुष्य [...]

By |2018-08-16T16:33:18+05:30August 16, 2018|Essays|Comments Off on परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध | Essay on an Atheism is not Fond of Religion | Hindi

मन के हारे हार है, मन के जीते जीत पर निबंध | Essay on “It is the Mind which Wins and Defeats” | Hindi

मन के हारे हार है, मन के जीते जीत पर निबंध! Here is an essay on ‘It is the Mind which Wins and Defeats’ in Hindi language. मनोविज्ञान की दृष्टि से चेतना पत्थर में सोती है, वनस्पति में जगती है, पशु में चलती है और मनुष्य में चिन्तन करती है । अत: चिन्तन करना मनुष्य की पहचान है । इस [...]

By |2018-08-16T16:33:18+05:30August 16, 2018|Essays|Comments Off on मन के हारे हार है, मन के जीते जीत पर निबंध | Essay on “It is the Mind which Wins and Defeats” | Hindi
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