इंस्पेक्टर द्वारा हमारे स्कूल का निरीक्षण पर अनुच्छेद | Paragraph on The Inspector’s Visit to Our School in Hindi

प्रस्तावना:

एक आदेश जारी करके हमारे प्रिंसिपल ने यह घोषणा की कि आगामी 15 दिसम्बर की स्कूल का निरीक्षण करने के लिए इस्पेक्टर ऑफ स्कूल्स आयेंगे । यह जानकर सभी विद्यार्थी और अध्यापक गंभीर हो गए । उस दिन स्कूल जल्दी बन्द हो गया । प्रिंसिपल के कमरे में सभी अध्यापकों की एक बैठक हुई, जिसमें इंस्पेक्टर के मुआयने के लिए तैयारियों का विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया गया ।

निरीक्षण की तैयारी:

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निरीक्षण की निश्चित तिथि से कई दिन पहले से ही बड़े पैमाने पर तैयारियाँ की जाने लगी । स्कूल की इमारत की खूब सफाई कराई गई और उस पर सफेदी कराई गई । सभी खिड़कियों और -दरवाजों को पेन्ट किया गया ।

खिड़कियों के दूटे शीशे बदल दिए गए । बनेक बौर्डो पर काला रंग कर दिया गया । टूटे फर्नीचर की मरम्मत कराई गई । कुछ नया फर्नीचर भी खरीदा गया । सारे स्कूल को चार्टों, तस्वीरों और विद्यार्थियों की बनी ड्राइंगो से राजाया गया ।

ड्राइग रूम, हिरही रूम, ज्यौग्राफी रूम. साइंस -रही प्रयोगशाला, लाइब्रेरी आदि विशेष रूप से व्यवरिशत किए गए । गन्दे फर्नीचर पर पोलिश कराई गई । दिन-रात काम हुआ । निरीक्षण में एरक दिन पूर्व ही हमारे स्कूल की इमारत दुल्हन-सी सज गई ।

निरीक्षण के दिन:

मुआइने के दिन सभी विद्यार्थी अपनी स्वच्छ स्कूली पोशाकों । में आए । वे बड़े कुरत दिखाई दे रहे थे । शिक्षक भी बड़े अच्छे कपड़े पहने हुए थे । प्रिंसिपल महोदय नए सूट में थे और टाई लगाए हुए थे । ठीक दस बजे इंस्पेक्टर महोदय एक कार में स्वाऊल पधारे ।

प्रिंसिपल ने बाहरी गेट पर ही उनका स्वागत किया । वे कुछ देर प्रिंसिपल महोदय के साथ उनके कमरे में गये और रकूल के सबब में पूछताछ की । इसके बाद वे प्रिसिपल महोदय के साथ निरीक्षण पर निकल पड़े । पहले उन्होंने घूमकर समूची इमारत का अवलोकन किया और इसके बाद कक्षाओं का निरीक्षण करने लगे ।

वे कुछ कक्षाओं के भीतर गए और अध्यापक तथा विद्यार्थियों से कुछ प्रश्न पूछे । सभी ने बड़े आत्मविश्वास से उनके प्रश्नों के उत्तर दिए । जब वे मेरी कक्षा में आए, तो गणित का पाठ चल रहा था । उन्होंने ब्लैक बोर्ड पर एक प्रश्न लिख दिया और पूछा कि जो विद्यार्थी उसे हल कर सकते हों, वे हाथ खड़ा कर दें । कई विद्यार्थियों ने हाथ खड़े कर दिए, जिनमें मैं भी था ।

उन्होंने अकस्मात् मेरी ओर इशारा किया । मैं अपनी सीट से उठकर ब्लैक बोर्ड पर आया और मैंने फौरन प्रश्न हल कर दिया । उन्होने मेरी पीठ ठोंकी और मैं वापस अपनी सीट पर चला गया । इसी प्रकार सारी कक्षाओं का निरीक्षण करने के बाद वे स्कूल के पुस्तकालय में गए । पुस्तकालय में विभिन्न विषयों की अनेक पुस्तकों को देखकर व बड़े प्रसन्न हुए ।

उन्होंने वे रजिस्टर भी देखे, जिनमें विद्यार्थियों को दी जाती हैं । लगभग सभी विद्यार्थियों के नाम कई पुस्तकों का रिकॉर्ड देख वे बड़े प्रभावित हुए । हमारे वाचनालय मे कई अखबार और पत्रिकाओं को करीने से लगा देख कर उन्होंने पुस्तकालय अध्यक्ष की प्रशसा की ।

हिल का प्रदर्शन:

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लगभग 2 बजे सभी विद्यार्थियों को स्कूल के मैदान में एकत्र होने का आदेश मिला । वहाँ हमारे ड्रिल मास्टर ने सभी से ड्रिल कराई । ड्रिल का आकर्षक प्रदर्शन देख इंस्पेक्टर महोदय बड़े प्रसन्न हुए ।

स्कूल के हिसाब-किताब की जांच:

इंस्पेक्टर महोदय के साथ अन्य कई अधिकारी भी आए थे । जिस बीच इंस्पेक्टर महोदय स्कूल का निरीक्षण कर रहे थे, उन लोगों ने स्कूल के हिसाब-किताब के रजिस्टरों आदि की बारीकी से जांच की । इस जाँच में उन्हें कोई त्रुटि नहीं मिली । इन अधिकारियों ने इंस्पेक्टर को अपनी रिपोर्ट पेश कर दी ।

उपसंहार:

निरीक्षण समाप्त करके इंस्पेक्टर महोदय ने सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों को रकूल हाल में एकत्र कराने का अनुरोध किया । जब सारे विद्यार्थी और अध्यापक एकत्र हो गए, तो उन्होंने विद्यार्थियों और अध्यायकों की मुफाकंठ से प्रशसा पी ।

उन्होंने विद्यालय के सुन्दर वातावरण और अनुशासन के लिए प्रिंसिपल महोदय को कवाई दो । उन्होंने स्कूल में सुधार के लिए कुछ सुझाव भी दिये । अन्त में प्रिंसिपल ने अध्यापकों तथा विद्यार्थियों के; धन्यवाद दिया और इंस्पेक्टर महोदय के सुझावों पर आभार प्रकट किया ।

उन्होंने कहा कि वे सदैव सुधार के लिए प्रयत्नशील रहते है, क्योकि सुधार की सदैव गुजाइश बनी रहती है । उनके भाषण के बाद विद्यार्थियों की छुट्‌टी कर दी गई । प्रिंसिपल महोदय ने इंस्पेक्टर, उनके अधिकारियों तथा अध्यापकों के लिए एक छोटी-सी चाय पार्टी का इंतजाम रनर रखा था । चाय पीकर इंस्पेक्टर महोदय कार में बैठकर वापस चले गए ।

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